हम अखबारों की कतरनों और समाचार चैनलों की सुर्खियों में अक्सर पढ़ते-देखते हैं कि रिश्तों की गर्माहट कम हो रही है। अलबत्ता वातावरण का तापमान बढ़ रहा है। इसी को रेखांकित कविता
रिश्तों का तापमान
माना कि तापमान
लगातार बढ़ रहा है
पारा ४५ डिग्री सेल्सियस
को छू रहा है
अधिकतम और न्यूनतम
दोनों तापमान औसत से ज्यादा हैं
लेकिन इस बढ़ते तापमान के बीच
रिश्तों का तापमान
शून्य की ओर गतिमान है
संबंधों का सीमेंट
जम नहीं पा रहा है
झूठ की वाष्प इतनी घनी है कि
सच्चाई के बादल बरस नहीं रहे है
वफा के समंदर का
पानी सूखता जा रहा है
रिश्तों की बुनियाद दरक रही है
शीला और मुन्नी
इस कदर हावी हुए हैं
कि बेटा मां और बहन की
भी बलि ले रहा है
अब हर प्रमेय
अर्थशास्त्र के गर्भ से निकलता है
राजनीति की आंच उसे
और पुख्ता करती है
अब तुम ही बताओ
मौसम की इस गति से
सुरम्य पावस ऋतु में
एसिड रेन क्यों न हो?
रिश्तों का तापमान
माना कि तापमान
लगातार बढ़ रहा है
पारा ४५ डिग्री सेल्सियस
को छू रहा है
अधिकतम और न्यूनतम
दोनों तापमान औसत से ज्यादा हैं
लेकिन इस बढ़ते तापमान के बीच
रिश्तों का तापमान
शून्य की ओर गतिमान है
संबंधों का सीमेंट
जम नहीं पा रहा है
झूठ की वाष्प इतनी घनी है कि
सच्चाई के बादल बरस नहीं रहे है
वफा के समंदर का
पानी सूखता जा रहा है
रिश्तों की बुनियाद दरक रही है
शीला और मुन्नी
इस कदर हावी हुए हैं
कि बेटा मां और बहन की
भी बलि ले रहा है
अब हर प्रमेय
अर्थशास्त्र के गर्भ से निकलता है
राजनीति की आंच उसे
और पुख्ता करती है
अब तुम ही बताओ
मौसम की इस गति से
सुरम्य पावस ऋतु में
एसिड रेन क्यों न हो?
simply beautiful
जवाब देंहटाएंU have done exceptionly and remarkably brilliant.really beautiful blog with even beautiful post. Excellent work.
This is something really great to have a platform to express urself and to put forward ur opinions and views over different issues and let the people know what u think about something. U have posted some great thots in form of these nice compositions. Nice job, keep up the good work.
aap ka blog mahen bahut achchha laga. main esmen apna lekh likhna chah raha hun vah kaise likhu. kripya hame avagat karane ka kasht karen.
जवाब देंहटाएंc L
Thanking everybody for appreciating
जवाब देंहटाएंDear Divakar,
जवाब देंहटाएंExcellent piece of work and thoughts.You have looked into life very deeply.All your thoughts are expressed in your beautifully well versed composition.
Keep it up!!!
Archana Sahay