तेरे लवों की तबस्सुम पर नाम लिखा है मेरा,
मैंने आंखों में अपनी चेहरा छुपा रखा है तेरा।
मेरे वजूद को जनाब इस कदर न ठुकराइए,
बिखर जाएगा ये मोहब्बत का घरौंदा मेरा।
तूने मेरे नाम पर कभी ली न हो अंगड़ाई,
जज्बात के इस मोड़ पर आईना झूठा है तेरा।
पियूं तो पियूं कैसे इन आंखों के छलकते प्याले,
न तो साकी है मेरी न है मैखाना मेरा।
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